कोरबा, छत्तीसगढ़ | देशभर में कोविड संक्रमण को लेकर फिर से सतर्कता बढ़ा दी गई है। कोरबा जिले में स्वास्थ्य विभाग ने संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षणों को हल्के में न लेने की अपील की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी अस्पतालों में जांच की सुविधा शुरू कर दी है, साथ ही कोविड प्रोटोकॉल के पालन पर जोर दिया जा रहा है।
सीएमएचओ डॉ. एसएन केसरी के अनुसार, राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जिले में प्राथमिक जांच और उपचार की व्यवस्था की जा रही है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चार बिस्तरों वाला विशेष कोविड वार्ड तैयार किया गया है ताकि गंभीर मरीजों का तुरंत इलाज हो सके।
सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के उप-स्वास्थ्य केंद्रों में कर्मचारियों और मितानिनों को प्रशिक्षित किया गया है। मितानिन घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगी और संभावित मरीजों की जानकारी एकत्र करेंगी। अगर किसी को लगातार सर्दी-खांसी या अन्य लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत जांच कराना अनिवार्य होगा। पॉजिटिव पाए जाने पर सैंपल की पुष्टि के लिए एम्स रायपुर भेजा जाएगा।
डॉ. केसरी ने बताया कि कोविड से लड़ने के लिए पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध हैं और उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाया जा रहा है। विभाग लोगों से अपील कर रहा है कि वे पैनिक ना करें, लेकिन पूरी सतर्कता बरतें और कोविड अनुकूल व्यवहार को अपनाएं।
पिछले अनुभव से सबक लें: कोविड की पहली और दूसरी लहर के दौरान कोरबा में बड़ी संख्या में लोगों ने जान गंवाई थी। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग चाहता है कि पहले की घटनाओं से सबक लेते हुए लोग लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं और सावधानी बरतें।