देशभर में वक्फ बोर्डों की पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए वक्फ संशोधन विधेयक 2024 आज लोकसभा में पेश किया गया। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा पेश किए गए इस विधेयक का विपक्ष ने तीखा विरोध किया।
AIMPLB के प्रवक्ता डॉ. सैयद कासिम रसूल इलियास ने इसे “भेदभावपूर्ण और सांप्रदायिकता से प्रेरित” बताया और चेतावनी दी कि अगर यह विधेयक पारित हुआ तो देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष की राय को भी जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) में अनदेखा कर दिया गया।

सपा सांसद बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि “केवल मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि भूमि विवाद सभी समुदायों में होते हैं। धार्मिक मामलों से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए, हम इसका विरोध करेंगे।”
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि उनकी पार्टी भारत गठबंधन के साथ मजबूती से खड़ी है और इस विधेयक का पूरी ताकत से विरोध किया जाएगा।