नई दिल्ली | कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत देशभर में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ केंद्र और राज्य एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है। इसी क्रम में दिल्ली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध घुसपैठ को संचालित करने वाले सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है।
800 अवैध नागरिक डिपोर्ट, 900 लाइन में
दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते छह महीनों में 800 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को डिपोर्ट किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त करीब 900 अन्य घुसपैठिए निगरानी सूची में हैं, जिनकी पहचान और दस्तावेजी प्रक्रिया जारी है। 160 नागरिकों को भेजने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
संगठित सिंडिकेट का पर्दाफाश
पुलिस ने अपनी कार्रवाई में उन दलालों और एजेंटों के नेटवर्क का भी खुलासा किया है जो फर्जी पहचान पत्र, आधार कार्ड और किराए के पते के सहारे इन घुसपैठियों को भारत में बसाने का काम कर रहे थे। इस नेटवर्क की जड़ें उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और दिल्ली तक फैली पाई गई हैं।
ऑपरेशन सिंदूर का असर
केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य भारत में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर निकालना है। हाल के आतंकी हमलों के बाद इस ऑपरेशन को और तेज कर दिया गया है, जिसमें दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, बेंगलुरु जैसे शहरों को विशेष रूप से टारगेट किया जा रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई केवल अवैध प्रवासियों को निकालने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका बड़ा उद्देश्य देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करना और संभावित आतंकी खतरे को समय रहते खत्म करना है।