रायपुर | राजधानी रायपुर में नगर निगम की संपत्तिकर भुगतान प्रणाली पिछले 15 दिनों से ठप पड़ी हुई है, जिससे आम नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से टैक्स जमा नहीं हो पा रहा है, जिसके चलते हजारों लोग अपने जरूरी कामों को समय पर निपटा नहीं पा रहे हैं।
संपत्तिकर की रसीद कई अहम कार्यों के लिए अनिवार्य होती है, जैसे मकान का नक्शा पास कराना, नया बिजली कनेक्शन लेना, गुमाश्ता लाइसेंस बनवाना और भवन अनुज्ञा आदि। भुगतान विंडो बंद होने के कारण इन कार्यों की फाइलें अटक गई हैं और नागरिक लगातार निगम कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं।
नागरिकों की नाराजगी
स्थानीय निवासी रमेश गुप्ता ने बताया, “मैं पिछले एक हफ्ते से निगम दफ्तर जा रहा हूं लेकिन हर बार यही जवाब मिलता है कि सिस्टम डाउन है। नक्शा पास नहीं हो पा रहा, जिससे निर्माण कार्य रुका हुआ है।”
वहीं एक महिला उद्यमी ने बताया, “मुझे गुमाश्ता लाइसेंस रिन्यू कराना है, लेकिन टैक्स की रसीद जमा नहीं हो पाने से फाइल आगे नहीं बढ़ रही।”
निगम की तकनीकी खामी या लापरवाही?
नगर निगम के अधिकारी इस असुविधा को तकनीकी दिक्कत बता रहे हैं। एक अधिकारी के अनुसार, “सर्वर में तकनीकी खराबी आई है, जिसे दुरुस्त करने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही समाधान हो जाएगा।” हालांकि, 15 दिन बीत जाने के बाद भी कोई स्पष्ट समयसीमा नहीं बताई गई है।
प्रशासन पर उठ रहे सवाल
लंबे समय तक कर वसूली का सिस्टम ठप होने पर लोगों ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं। सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि नगर निगम को त्वरित कार्रवाई करते हुए टैक्स जमा करने की सुविधा जल्द से जल्द बहाल करनी चाहिए, ताकि जनता को राहत मिल सके।
निष्कर्ष:
रायपुर नगर निगम की संपत्तिकर वसूली में आई यह बाधा न केवल आम जनता के लिए परेशानी का कारण बन रही है, बल्कि प्रशासनिक कामों में भी रुकावट पैदा कर रही है। अब देखना होगा कि निगम कब तक इस समस्या का समाधान कर जनता को राहत पहुंचाता है।