
लक्षिका साहू, रायपुर।
भारत में आमतौर पर 1 जून के आसपास दस्तक देने वाला दक्षिण-पश्चिम मानसून इस साल समय से करीब एक सप्ताह पहले ही सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, केरल में आज मानसून आधिकारिक रूप से स्थापित हो गया है, जिससे 16 वर्षों का रिकॉर्ड टूट गया है। इससे पहले इतनी जल्दी मानसून ने भारत में दस्तक नहीं दी थी।
गौरतलब है कि पिछले साल 30 मई को मानसून की एंट्री हुई थी, लेकिन इस बार यह 24 मई को ही केरल में पहुंच गया, जो जलवायु परिवर्तन और मौसमी बदलावों की एक बड़ी मिसाल मानी जा रही है।
🌦️ छत्तीसगढ़ में भी सुबह से बारिश का सिलसिला
इधर छत्तीसगढ़ में भी आज सुबह से रुक-रुक कर बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। राजधानी रायपुर सहित कई जिलों में बादल छाए हुए हैं और कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि अगले कुछ दिनों में राज्य में प्री-मानसून गतिविधियाँ और तेज़ हो सकती हैं।
कृषि विशेषज्ञों और किसानों के लिए यह खबर राहत भरी है, क्योंकि समय से पहले मानसून के आने से खरीफ फसलों की बुवाई जल्द शुरू हो सकेगी। वहीं, तापमान में गिरावट से आम लोगों को भी गर्मी से राहत मिलती दिख रही है।
🌐 विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?
मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में मौसमी दबाव की स्थिति इस बार तेजी से बनी, जिससे मानसून की गति बढ़ गई। अगर यह रफ्तार बनी रही, तो मानसून जल्दी ही मध्य भारत और पूर्वी राज्यों में भी पहुंच सकता है।