जगदलपुर | सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाई से घबराए माओवादी अब नई रणनीति के तहत ग्रामीणों के सहारे सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। जगदलपुर के आसपास की 10 पंचायतों के ग्रामीणों ने बुधवार को एक बड़ी बैठक की, जिसकी अगुवाई जानी-मानी आदिवासी नेत्री सोनी सोरी ने की।
नक्सलियों को पुलिस ऑपरेशनों से भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उनकी संख्या में गिरावट आई है और संगठन कमजोर हो रहा है। ऐसे में अब वे खुद सामने आने के बजाय ग्रामीणों को आगे कर शांति वार्ता का माहौल बना रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, माओवादियों ने कई बार सरकार को पत्र लिखकर बातचीत की पेशकश की, लेकिन सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस जवाब नहीं मिला है। इसी वजह से वे ग्रामीणों की बैठकें कराकर सरकार को सामाजिक दबाव में लाने की कोशिश कर रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में नक्सली समर्थकों द्वारा शांति वार्ता के समर्थन में नारे लगाए जा रहे हैं और माहौल तैयार किया जा रहा है। सोनी सोरी की अगुवाई में हुई बैठक इसी रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।
नक्सली अब केवल हिंसा के रास्ते पर नहीं, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक रणनीतियों के जरिए भी अपने उद्देश्य को हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।