बिलासपुर, छत्तीसगढ़ | शहर के कई वार्डों में नालियों के बीच से गुज़र रही पुरानी और जर्जर पेयजल पाइपलाइनों के कारण लोगों को गंदा पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। बारिश के मौसम में लीकेज और पाइपों में जंग लगने से डायरिया और पीलिया जैसे जलजनित रोगों का खतरा गंभीर रूप से बढ़ गया है।
यदुनंदन नगर, तिफरा, इमलीपारा, तालापारा, चिंगराज, मधुबन, राजकिशोर नगर और लिंगियाडीह जैसे क्षेत्रों में स्थिति चिंताजनक है। पहले भी शिकायतों के बाद नगर निगम द्वारा कराए गए सर्वे में यह सामने आया था कि कई जगहों पर पाइपलाइन नालियों और नालों के बीच से गुजर रही है, जिससे दूषित पानी सीधे घरों तक पहुँच रहा है।
कुछ जोन में लीकेज सुधारने की कार्यवाही हुई है, लेकिन कई इलाकों में अब भी पुराने, फूटे और जंग लगे पाइपों को नहीं बदला गया है। बरसात फिर शुरू हो गई है, लेकिन मगरपारा, टिकरापारा, चांटीडीह जैसे क्षेत्रों में स्थिति जस की तस बनी हुई है।
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि संबंधित जोन में समीक्षा बैठक की गई है और जहां-जहां से शिकायतें मिल रही हैं, वहां तत्काल सुधार कार्य किया जा रहा है। पुराने पाइपों को बदलने के लिए नई पाइपलाइन भी मंगवाई गई है।