रायपुर, छत्तीसगढ़ | लगातार चार दशकों से नक्सल आतंक से जूझ रहे छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले को केंद्र सरकार ने नक्सलमुक्त (Naxal-Free) घोषित कर दिया है। अब इसे वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों की सूची (LWE List) से औपचारिक रूप से हटा दिया गया है। यह फैसला सुरक्षा बलों, राज्य सरकार और स्थानीय नागरिकों के वर्षों के प्रयासों का नतीजा है।
बस्तर में शांति और विकास की नई शुरुआत
पिछले कुछ वर्षों में सड़क निर्माण, शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रशासनिक पहलों के साथ-साथ सतत सुरक्षा अभियानों ने बस्तर की तस्वीर बदल दी है। मुठभेड़ों में कई शीर्ष नक्सली कमांडरों को ढेर किया गया और कई आत्मसमर्पण कर चुके हैं। इसके परिणामस्वरूप बस्तर अब नक्सलियों के चंगुल से मुक्त हो गया है।
केंद्र का निर्णय और भविष्य की दिशा
गृह मंत्रालय के अनुसार, अब बस्तर जिले को LWE सूची से हटाकर नई विकास यात्रा की ओर बढ़ाया जाएगा। इससे निवेश, पर्यटन, रोजगार और बुनियादी ढांचे के नए अवसर सृजित होंगे। यह छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का क्षण है और आने वाले समय में स्थायी शांति की दिशा में एक ठोस कदम है।\