रायपुर: छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने एक करोड़ रुपये के ईनामी नक्सली चलपति को उसके ससुर द्वारा भगवान बताए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जिसने सैकड़ों लोगों की हत्या की, स्कूलों को बनने नहीं दिया, और कई बच्चों को बेघर किया, उसके लिए ऐसी बातें समझ से परे हैं।
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संगठन बैठक से पहले मीडिया से चर्चा करते हुए यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के प्रति इस तरह की श्रद्धा व्यक्त करना समाज के लिए खतरनाक है और यह न केवल कानून व्यवस्था बल्कि मानवता के खिलाफ भी है।
मनी म्यूल मामले में कार्रवाई
इस दौरान, विजय शर्मा ने छत्तीसगढ़ में मनी म्यूल मामले में साइबर रेंज द्वारा की गई कार्रवाई की भी सराहना की, जिसमें 3 नाइजीरियन सहित 62 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी और पुलिस को और बड़ी सफलताएं मिलेंगी। उन्होंने एनडीपीएस और साइबर क्राइम के मामलों की जांच को लेकर भी जानकारी दी और कहा कि जो भी बाहरी तत्व प्रदेश में इस तरह के अपराध कर रहे हैं, उनकी पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।
भूपेश बघेल पर तंज
डिप्टी सीएम ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ईवीएम में VVPAT नहीं होने के सवाल पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि जब ये लोग सत्ता में होते हैं, तो भूल जाते हैं कि चुनाव ईवीएम से ही हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ये वही लोग हैं जो महाराष्ट्र में चुनाव हारने पर धरने पर बैठते हैं और झारखंड में चुनाव जीतने पर कपड़े बदलकर शपथ लेते हैं।
इस प्रकार, डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने नक्सलियों के प्रति समाज में बढ़ती सहानुभूति और राजनीतिक मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय रखी, जो छत्तीसगढ़ की राजनीति में महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बन गई है।