रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा मारे गए छापे के बाद बड़ा खुलासा हुआ है। ईडी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी है कि लखमा द्वारा किए गए नगद लेन-देन के सबूत प्राप्त हुए हैं।
छापे में मिलीं आपत्तिजनक सामग्री
ईडी ने बताया कि कवासी लखमा के ठिकानों पर की गई तलाशी के दौरान पीओसी (Proof Of Cash) से संबंधित सबूत जुटाए गए हैं। इसके साथ ही कई डिजिटल डिवाइस भी बरामद की गईं, जिनमें आपत्तिजनक रिकॉर्ड मौजूद हैं। यह जानकारी लखमा के खिलाफ चल रही जांच को और भी गंभीर बनाती है।
राजनीतिक हलचल
कवासी लखमा के खिलाफ ईडी की कार्रवाई ने राजनीतिक हलचल को जन्म दिया है। भूपेश बघेल सरकार में मंत्री रह चुके लखमा पर आरोप हैं कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग किया है। इस मामले में आगे की कार्रवाई और जांच की प्रक्रिया जारी है।
नागरिकों की प्रतिक्रिया
इस खुलासे के बाद नागरिकों में विभिन्न प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग इसे राजनीतिक प्रतिशोध मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त कदम के रूप में देख रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। आगे की जांच में क्या नए तथ्य सामने आते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।
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