रायपुर, 3 मई 2025
भगवान परशुराम जयंती के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साय ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए ब्राम्हण समाज की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि ब्राम्हण समाज ने सदैव समाज को ज्ञान और संस्कार देने का कार्य किया है, और परशुराम जयंती इन मूल्यों को पुनः स्मरण करने का अवसर है।
साय ने कहा कि भगवान परशुराम विष्णु के छठवें अवतार हैं, जिन्होंने अन्याय और अधर्म के विरुद्ध संघर्ष कर धर्म की स्थापना की। उन्होंने छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि “छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल है और प्रभु श्रीराम हमारे भाँचा हैं। यह हमारे लिए गौरव की बात है।”
उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीरामलला मंदिर का निर्माण न केवल एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए आस्था और आत्मगौरव का प्रतीक भी है। साय ने बताया कि ‘श्रीरामलला दर्शन योजना’ के अंतर्गत अब तक प्रदेश के 22,000 श्रद्धालु अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन कर चुके हैं।
इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना की भी जानकारी दी, जिसके तहत श्रद्धालुओं को सरकारी खर्चे पर देशभर के प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा करवाई जा रही है। यह योजना वरिष्ठ नागरिकों और आस्था रखने वाले जनों के लिए एक अनुपम अवसर प्रदान कर रही है।
साय के इस बयान को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत और धार्मिक भावनाओं से जुड़ाव का प्रतीक माना जा रहा है।