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मां बम्लेश्वरी मंदिर रोपवे हादसा: ट्रॉली टूटने से रामसेवक पैकरा समेत 4 भाजपा नेता घायल, मंदिर परिसर में मचा हड़कंप
डोंगरगढ़। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी मंदिर में रविवार को बड़ा हादसा हो गया। रोपवे ट्रॉली के अचानक टूट जाने से उस पर सवार पूर्व मंत्री रामसेवक पैकरा सहित 4 भाजपा नेता गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद मंदिर परिसर और स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सभी भाजपा नेता मंदिर दर्शन के लिए रोपवे के माध्यम से ऊपर जा रहे थे, तभी अचानक ट्रॉली के तकनीकी कारणों से केबल से संपर्क टूट गया और ट्रॉली झटके के साथ गिर पड़ी। ट्रॉली में सवार लोगों को मामूली से लेकर गंभीर चोटें आई हैं। घायलों को तुरंत स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया, जहां से गंभीर घायलों को रायपुर रेफर किया गया है।
🔹 प्रशासनिक लापरवाही की आशंका
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि रोपवे की देखरेख और सुरक्षा प्रबंधन में भारी लापरवाही बरती जा रही थी। कई बार शिकायतों के बावजूद रोपवे का निरीक्षण और मेंटेनेंस समय पर नहीं किया गया। इस हादसे ने न सिर्फ यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि रोपवे संचालन पर भी बड़ा प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
🔹 मंदिर में अफरा-तफरी का माहौल
हादसे के बाद मंदिर परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। श्रद्धालुओं में डर और घबराहट फैल गई। मंदिर ट्रस्ट और नगर प्रशासन ने तुरंत रोपवे सेवा को बंद कर दिया और घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।
🔹 भाजपा नेताओं ने जताया आक्रोश
भाजपा के स्थानीय नेताओं ने हादसे को प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा बताया और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। घायल नेताओं के परिजनों ने भी रोपवे प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है।
फिलहाल हादसे की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय टीम का गठन किया गया है, जो रोपवे तकनीक, संचालन और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेगी। मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं से प्रशासन ने अपील की है कि जब तक रोपवे को दोबारा सुरक्षित घोषित नहीं किया जाता, तब तक वैकल्पिक मार्ग से ही दर्शन करें।
यह हादसा एक बार फिर दिखाता है कि धार्मिक स्थलों पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए सतर्कता और नियमित तकनीकी जांच कितनी जरूरी है।
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