रायपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने आदेश जारी कर भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का निर्देश दिया है। इस फैसले के बाद रायपुर समेत पूरे छत्तीसगढ़ में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों में अफरा-तफरी मच गई है।
पहलगाम हमले के बाद उठाया गया कदम
गौरतलब है कि हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिनमें रायपुर के कारोबारी दिनेश मिरानिया भी शामिल थे। हमले के तार पाकिस्तानी आतंकी संगठनों से जुड़े होने के संकेत मिलने के बाद केंद्र सरकार ने यह कड़ा कदम उठाया है।
छत्तीसगढ़ में पाकिस्तानी नागरिकों की हलचल
सरकारी आदेश के बाद छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में रह रहे पाकिस्तानी मूल के नागरिकों में हड़कंप मच गया है। कुछ लोगों ने प्रवासन विभाग से संपर्क किया है तो कुछ अपने दस्तावेज और वीजा संबंधी जानकारी जुटाने में लगे हुए हैं।
प्रशासन ने दिए निगरानी के निर्देश
छत्तीसगढ़ प्रशासन को भी केंद्र के आदेशों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश मिल चुके हैं। रायपुर, भिलाई, बिलासपुर और अन्य प्रमुख शहरों में विदेशी नागरिकों की सूची खंगाली जा रही है, और उनके मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है।
राजनीतिक हलकों में हलचल
इस फैसले के बाद राजनीतिक गलियारों में भी प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। कुछ नेताओं ने सरकार के निर्णय को जरूरी और सख्त कार्रवाई बताया है, जबकि कुछ ने इसे राजनीतिक दबाव में उठाया गया कदम कहा है।
आगे क्या?
केंद्र सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि 48 घंटे के भीतर पाकिस्तान नागरिक भारत नहीं छोड़ते, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, भविष्य में वीजा नियमों को और सख्त करने की योजना भी बनाई जा रही है।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने अब स्पष्ट संकेत दे दिया है कि आतंक के खिलाफ उसकी नीति जीरो टॉलरेंस की है, और इस बार राजनयिक से लेकर जमीनी स्तर तक सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।