नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ा ऑपरेशन: भीषण गर्मी में सुरक्षाबलों की जंग जारी, 15 से ज्यादा जवानों की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
बीजापुर/दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अब तक के सबसे बड़े सुरक्षा अभियान ने एक नया मोड़ ले लिया है। 45 डिग्री तक पहुंचते तापमान और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में डटे सुरक्षाबलों को अब गर्मी की मार भी झेलनी पड़ रही है। ताजा जानकारी के अनुसार, 15 से अधिक जवानों की तबीयत बिगड़ गई है, जिन्हें तत्काल पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
🔹 ऑपरेशन का तीसरा सप्ताह जारी
यह अभियान पिछले कई हफ्तों से बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा के बॉर्डर इलाकों में चल रहा है। इस ऑपरेशन का मकसद माओवादी संगठनों की जड़ों को उखाड़ फेंकना है, जिसमें DRG, CRPF, STF और कोबरा बटालियन के जवान शामिल हैं। सुरक्षाबलों ने इस दौरान कई माओवादी कैम्पों को ध्वस्त किया है और कई वांछित नक्सलियों को मार गिराया गया है।
🔹 गर्मी ने बढ़ाई चुनौती
हालांकि, भीषण गर्मी और उमस ने जवानों की मुश्किलें कई गुना बढ़ा दी हैं। कई जवानों को हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और थकावट की शिकायत के चलते मोर्चे से हटाकर इलाज के लिए भेजा गया है। इनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। बावजूद इसके, बाकी जवान हिम्मत नहीं हार रहे और ऑपरेशन को अंजाम देने में जुटे हुए हैं।
🔹 हेलीकॉप्टर से पहुंचाई जा रही मदद
सेना और प्रशासन की ओर से जवानों को राहत देने के लिए हेलीकॉप्टर से ठंडा पानी, दवा, ग्लूकोज और प्राथमिक चिकित्सा सामग्री पहुंचाई जा रही है। साथ ही, कुछ स्थानों पर मोबाइल मेडिकल यूनिट भी तैनात की गई है ताकि तुरंत इलाज हो सके।
🔹 अधिकारियों की प्रतिक्रिया
सुरक्षा बलों के आला अधिकारियों ने बताया कि, “यह ऑपरेशन बेहद संवेदनशील और निर्णायक है। जवानों का जज्बा देखने लायक है। मौसम चाहे जैसा भी हो, वे डटे हुए हैं। हम हर जवान की सेहत का ध्यान रख रहे हैं।”
🔹 माओवादी नेटवर्क पर भारी चोट
अब तक की कार्रवाई में नक्सलियों के कई ठिकानों को ध्वस्त किया जा चुका है। भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेज जब्त किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, कुछ बड़े नक्सली नेताओं के पकड़े या मारे जाने की संभावना भी जताई जा रही है।
छत्तीसगढ़ में इस समय सुरक्षाबलों का यह ऑपरेशन इतिहास रचने की दिशा में है, जिसमें जवान ना सिर्फ गोलियों का सामना कर रहे हैं, बल्कि प्राकृतिक चुनौतियों से भी लड़ रहे हैं। पूरा देश इन वीर जवानों के साहस को सलाम कर रहा है।
4o