बीजापुर/दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए जवानों को दंतेवाड़ा पुलिस मुख्यालय में श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम विजय शर्मा और मंत्री केदार कश्यप ने शहीद जवानों को कांधा देकर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री साय ने शहीदों के परिवारों से भी मुलाकात की, जिससे पूरा माहौल गमगीन हो गया।
नक्सली हमले का विवरण: बीजापुर में नए साल पर नक्सलियों ने एक बड़ा हमला किया। शनिवार और रविवार को अबूझमाड़ में हुए एनकाउंटर के बाद, सोमवार को जवानों की वापसी के दौरान नक्सलियों ने उन्हें निशाना बनाया। इस हमले में डीआरजी के 8 जवान और एक ड्राइवर शहीद हो गए।
अबूझमाड़ में नक्सल एनकाउंटर: शनिवार को दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बस्तर और कोंडागांव की DRG और बस्तर फाइटर्स की ज्वाइंट एक्शन फोर्स ने एंटी नक्सल ऑपरेशन पर निकली थी। इस ऑपरेशन में जवानों ने पांच वर्दीधारी नक्सलियों को मार गिराया। इस दौरान एक जवान शहीद हो गया।
IED ब्लास्ट की घटना: यह नक्सली हमला बीजापुर जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर हुआ। सोमवार को दंतेवाड़ा डीआरजी जवानों से भरी गाड़ी भेज्जी और कुटरू पुलिस थाना क्षेत्र के बीच अंबेली के पास पहुंची थी, तभी दोपहर 2.15 बजे जोरदार ब्लास्ट हुआ। नक्सलियों ने लगभग 70 किलोग्राम के शक्तिशाली IED का इस्तेमाल किया, जिससे गाड़ी को उड़ा दिया गया। विस्फोट इतना भयंकर था कि कंक्रीट की सड़क पर 10 फीट से ज्यादा गहरा गड्ढा बन गया।
शहीद जवानों की पहचान: शहीद जवानों में शामिल हैं:
- हेड कांस्टेबल बुधराम कोरसा
- कांस्टेबल पंडारू राम पोय
- कांस्टेबल बामन सोढ़ी
- कांस्टेबल दुम्मा मरकाम
- कांस्टेबल सोमडू वेट्टी
- कांस्टेबल सुदर्शन वेट्टी
- कांस्टेबल सुबरनाथ यादव
- कांस्टेबल हरीश कोरम
- ड्राइवर तुलेश्वर राणा (आम नागरिक)
सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया: इस घटना के बाद बस्तर में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इलाके में सघन सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है, और घटनास्थल पर भारी संख्या में जवानों को तैनात किया गया है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया: बीजापुर नक्सली हमले के बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि नक्सलियों से निपटने का तरीका गलत है और जवानों को पर्याप्त सुरक्षा नहीं दी जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की जल्दबाजी के कारण जवानों की जान जा रही है।