रायपुर, 2 मई 2025 — छत्तीसगढ़ ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की शुरुआत शानदार आर्थिक प्रदर्शन के साथ की है। अप्रैल 2025 में राज्य ने ₹4,135 करोड़ का वस्तु एवं सेवा कर (GST) संग्रहण कर एक नई उपलब्धि हासिल की है। इस आंकड़े के साथ छत्तीसगढ़ देश के शीर्ष 15 राज्यों में शामिल हो गया है।
इस उपलब्धि ने छत्तीसगढ़ को केरल, पंजाब, बिहार और खनिज संपदा से समृद्ध झारखंड जैसे राज्यों से भी आगे कर दिया है। यह राज्य की तेजी से मजबूत होती अर्थव्यवस्था और सरकार की नीतिगत दक्षता का प्रमाण माना जा रहा है।
विकास और व्यापारिक सुधारों का असर
वित्तीय विशेषज्ञों और प्रशासनिक अधिकारियों का मानना है कि यह सफलता राज्य सरकार द्वारा किए गए महत्वपूर्ण सुधारों का परिणाम है। राज्य में उद्योगों को प्रोत्साहित करने, व्यापार नियमों को सरल बनाने, लाइसेंस प्रक्रियाओं को आसान करने और निवेश को बढ़ावा देने के लिए अनेक निर्णय लिए गए हैं।
सरकार की प्रतिक्रियाएं
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा:
“हमारा लक्ष्य छत्तीसगढ़ को आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य बनाना है। यह आर्थिक वृद्धि न सिर्फ सरकारी प्रयासों, बल्कि जनता और उद्योग जगत के सहयोग से संभव हुई है।”
उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ अब संसाधन आधारित अर्थव्यवस्था से आगे बढ़कर एक सशक्त औद्योगिक राज्य बनने की दिशा में अग्रसर है।
राज्य के लिए सकारात्मक संकेत
छत्तीसगढ़ का यह प्रदर्शन न सिर्फ राज्य के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणास्पद उदाहरण बन सकता है कि कैसे प्रशासनिक पारदर्शिता, नीतिगत सुधार और व्यापारिक सहयोग से आर्थिक समृद्धि प्राप्त की जा सकती है।
यह रिकॉर्ड GST संग्रहण इस बात का संकेत है कि छत्तीसगढ़ अब उद्योग और निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन रहा है। आने वाले महीनों में यह रफ्तार राज्य को और ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक हो सकती है।