रायपुर: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की घोषणा में हो रही देरी ने राजनीतिक हलचल को तेज कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने गुरुवार को राज्य निर्वाचन आयोग को एक पत्र लिखकर चुनावों को समय पर कराने की मांग की है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह जानबूझकर चुनावों को टालने की कोशिश कर रही है।
महंत ने पत्र में कहा कि जनवरी के पहले सप्ताह में निकायों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, जिसके बाद सरकार ने प्रशासक नियुक्त किए हैं। उन्होंने राज्य निर्वाचन आयोग को याद दिलाया कि चुनाव समय पर कराना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है। महंत ने यह भी कहा कि विधानसभा में इस संबंध में लाए गए संशोधन विधेयकों का उन्होंने विरोध किया था।
राज्यपाल का जवाब नहीं आया
महंत ने बताया कि इससे पहले उन्होंने राज्यपाल को भी इस मुद्दे पर पत्र लिखा था, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इस कारण उन्होंने राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखने का निर्णय लिया।
सीएम का बयान
इस बीच, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि राज्य में चुनाव होंगे और उन्हें टाला नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि चुनावों में थोड़ी देरी आवश्यक थी, इसलिए प्रशासक नियुक्त किए गए हैं।
वोटर लिस्ट की तैयारी
राज्य निर्वाचन आयोग ने भी निकाय और पंचायत चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है। 15 जनवरी को फाइनल वोटर लिस्ट जारी की जाएगी, जिसमें उन युवाओं को भी शामिल किया जाएगा जो 1 जनवरी 2025 को 18 साल के हो जाएंगे।