नई दिल्ली: भारतीय रेलवे की वंदे भारत स्लीपर ट्रेन जल्द ही अपनी फील्ड ट्रायल प्रक्रिया से गुजरने वाली है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में बताया कि वर्तमान में देश में 10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का निर्माण चल रहा है, जबकि 200 स्लीपर रैक के निर्माण का कार्य प्रौद्योगिकी साझेदारों को सौंपा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि पहले प्रोटोटाइप का निर्माण पूरा हो चुका है और जल्द ही इसका परीक्षण किया जाएगा।
“सुगम्य भारत मिशन” के तहत सुविधाएं
रेल मंत्री ने यह भी कहा कि “सुगम्य भारत मिशन” के तहत भारतीय रेलवे दिव्यांगजनों और कम गतिशीलता वाले यात्रियों के लिए विभिन्न सुविधाओं का विस्तार कर रहा है। अधिकांश मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों और वंदे भारत ट्रेनों में अब बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, जैसे कि स्वचालित दरवाजे, ब्रेल साइनेज, और व्हीलचेयर पार्किंग।
वंदे भारत ट्रेनों की स्थिति
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 02 दिसंबर 2024 तक भारतीय रेलवे ने देशभर में 136 वंदे भारत रेल सेवाएं शुरू की हैं, जो ब्रॉड गेज विद्युतीकृत नेटवर्क पर चल रही हैं। इनमें चेयर कार के साथ अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, ताकि यात्रियों को विश्व स्तरीय यात्रा का अनुभव मिले।
एलएचबी कोच और एस्कलेटर की बढ़ती संख्या
रेल मंत्री ने यह भी बताया कि भारतीय रेलवे के उत्पादन इकाइयां अप्रैल 2018 से एलएचबी कोच का उत्पादन कर रही हैं, और इनका उत्पादन पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़ा है। उन्होंने बताया कि 2014-24 के दौरान 36,933 एलएचबी कोच बनाए गए, जो 2004-14 के मुकाबले 16 गुना अधिक हैं। इसके साथ ही, नवंबर 2024 तक भारतीय रेलवे ने 399 स्टेशनों पर 1,512 एस्कलेटर और 609 स्टेशनों पर 1,607 लिफ्टें स्थापित की हैं, जो एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।