समाधान शिविर में उमड़ा जनसैलाब
पामगढ़ क्षेत्र के विभिन्न गांवों से बड़ी संख्या में ग्रामीण समाधान शिविरों में पहुंचे। उन्होंने अपने आवेदन राशन कार्ड, पेंशन, बीपीएल सूची, प्रधानमंत्री आवास योजना, जल संकट, सड़क मरम्मत और बिजली की समस्याओं को लेकर सौंपे। अधिकारियों ने मौके पर ही कई मामलों का निराकरण किया और अन्य के लिए समयसीमा तय की।
अधिकारी कर रहे हैं त्वरित कार्रवाई
सुशासन तिहार के अंतर्गत लगाए गए शिविरों में पंचायत सचिव, पटवारी, तहसीलदार, जनपद सीईओ सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। वे ग्रामीणों से सीधे संवाद कर रहे हैं और उनका विश्वास जीत रहे हैं।
“सरकार आपके द्वार” की असल झलक
सुशासन तिहार के माध्यम से सरकार यह संदेश दे रही है कि शासन अब केवल दफ्तरों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि गांव-गांव जाकर समस्याएं सुनेगा और वहीं समाधान देगा।
क्या बोले ग्रामीण?
ग्राम अमोदा से आईं सुशीला बाई ने बताया, “मैंने कई महीनों से वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन किया था, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही थी। आज यहां आने पर मेरा काम तुरंत हो गया। अब भरोसा बढ़ा है।”
निष्कर्ष
पामगढ़ में सुशासन तिहार केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनता और शासन के बीच संवाद की एक मजबूत कड़ी बन चुका है। इससे शासन की जवाबदेही और संवेदनशीलता भी उजागर हो रही है। आने वाले दिनों में इन शिविरों से हजारों लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।
