सरगुजा, छत्तीसगढ़: नवंबर माह में ठंड ने प्रदेश में दस्तक दे दी है और मैनपाट इस समय प्रदेश का सबसे ठंडा इलाका बन चुका है। बीते चार-पाँच दिनों से मैनपाट का न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री के आसपास बना हुआ है। यहां गुरुवार को न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस ठंड के कारण मैनपाट में ठिठुरन लगातार बढ़ रही है, और दिन में भी सर्द हवाएं राहत नहीं दे रही हैं।
ठंड से राहत की उम्मीद कम
सरगुजा जिले के शहरी इलाके समेत मैदानी क्षेत्रों में भी ठंड का असर देखा जा रहा है। अंबिकापुर में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। ठंड की ये स्थिति अगले तीन-चार दिनों तक बनी रह सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, मैनपाट के मौसम में फिलहाल किसी प्रकार की राहत की संभावना कम नजर आ रही है, हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कुछ बादल बन सकते हैं।
सर्द हवाओं से बढ़ी ठिठुरन
मैनपाट में हालांकि मौसम साफ रहा और धूप भी निकली, लेकिन उत्तर से आ रही सर्द हवाओं के कारण धूप का असर कम हो गया और ठंड बनी रही। बाहर निकलने वाले लोग गर्म कपड़ों में नजर आए। उत्तर भारत से आ रही ये सर्द हवाएं ही प्रदेश में ठंड का कारण बन रही हैं। विशेष रूप से मैनपाट में दिन में भी सर्द हवाओं के कारण लोगों को ठिठुरन का सामना करना पड़ रहा है।
कोहरे का असर
उत्तर भारत से आ रहा कोहरा भी छत्तीसगढ़ के उत्तर हिस्से में असर डाल रहा है। इसका प्रभाव विशेष रूप से वातावरण के ऊपरी स्तर पर देखने को मिल रहा है, जहां हल्की धुंध छाई हुई है। इस कारण धूप की तपिश में कमी आ रही है और न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि नहीं हो पा रही है। गुरुवार को प्रदेश का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत से लगातार सर्द हवाओं के आने से तापमान में गिरावट बनी हुई है। हालांकि दक्षिण बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जिसका असर उत्तर छत्तीसगढ़ में नहीं होने वाला है। आगामी तीन दिनों में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है, जिसके प्रभाव से कुछ बादल छाने की संभावना है। इससे तापमान में थोड़ी वृद्धि हो सकती है, लेकिन ठंड में कोई खास राहत मिलने की उम्मीद कम है।
मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ की राय
एएम भट्ठ, मौसम विज्ञान केंद्र अंबिकापुर के मौसम विज्ञानी ने बताया कि उत्तर भारत से लगातार आ रही सर्द हवाएं प्रदेश के तापमान को कम कर रही हैं, और इस समय ठंड के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। आगामी दिनों में बादल और पश्चिमी विक्षोभ का असर तापमान पर कुछ प्रभाव डाल सकता है, लेकिन फिलहाल ठंड की तीव्रता कम होने की उम्मीद नहीं है।