बंदी की सुरक्षा में लापरवाही, अवैध वसूली करते पकड़ा गया आरक्षक — बड़ा खुलासा
सक्ती/बिलासपुर, 2 मई — छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के डभरा क्षेत्र में देर रात वाहन चालकों से अवैध वसूली करते पकड़े गए आरक्षक को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि आरोपी आरक्षक रजनीश लहरें, बिलासपुर पुलिस लाइन में पदस्थ है और उसे एक बंदी की अस्पताल में सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था। लेकिन ड्यूटी से गैरहाजिर होकर वह अवैध वसूली में लगा हुआ था, जबकि बंदी अस्पताल से फरार हो गया।
ड्यूटी छोड़ अवैध वसूली में लिप्त
डभरा में रात करीब डेढ़ बजे स्थानीय लोगों ने देखा कि एक वर्दीधारी पुलिसकर्मी हाईवे पर ट्रकों और अन्य वाहनों को रोककर अवैध वसूली कर रहा है। सूचना पर डभरा पुलिस मौके पर पहुंची और आरक्षक रजनीश लहरें को हिरासत में लिया। पूछताछ में यह पता चला कि वह बिलासपुर से तैनाती के दौरान अपने कर्तव्यों से भटक कर यहां पहुंचा था।
बंदी हुआ फरार
सबसे गंभीर बात यह है कि आरक्षक की तैनाती बिलासपुर के एक अस्पताल में भर्ती बंदी की सुरक्षा में की गई थी। लेकिन उसकी लापरवाही के चलते वह बंदी अस्पताल से फरार हो गया। अब पुलिस उस बंदी की तलाश में भी जुट गई है।
प्रशासन सख्त, होगी कार्रवाई
बिलासपुर और सक्ती जिला पुलिस प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आंतरिक जांच के आदेश दिए हैं। बिलासपुर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, “आरक्षक की हरकत बेहद लापरवाही भरी है और इससे विभाग की छवि को नुकसान पहुंचा है। उसके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।”
पुलिस की साख पर सवाल
इस घटना ने पुलिस विभाग की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ओर जहां जनता पुलिस पर भरोसा करके सुरक्षा की उम्मीद करती है, वहीं ड्यूटी में लापरवाही और अवैध वसूली जैसे मामलों से आम लोगों का भरोसा टूटता नजर आ रहा है।
यह मामला केवल एक लापरवाह आरक्षक की नहीं, बल्कि पुलिस निगरानी व्यवस्था की भी परीक्षा है। अब देखना होगा कि दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है और फरार बंदी को कितनी जल्दी पकड़ा जा पाता है।