छत्तीसगढ़ में भाजपा नेता उज्जवल दीपक ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनकी बेटी के PSC में चयन की जांच की मांग की है। दीपक ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में राज्य के युवाओं को PSC और व्यापम के अधिकारियों द्वारा संगठित अपराध स्तर की कार्यप्रणाली के माध्यम से धोखा दिया गया है।
- सीबीआई जांच का विस्तार: राज्य में 2018 से 2023 तक सभी परीक्षाओं और सरकारी भर्तियों की सीबीआई जांच की जाए।
- परिणाम रद्द करने की मांग: PSC 2021-2022 के परिणामों को रद्द किया जाए और सभी नियुक्तियों को रद्द किया जाए।
- नार्को परीक्षण: CGPSC के तत्कालीन अध्यक्ष, परीक्षा नियंत्रक और भ्रष्टाचार से चयनित अधिकारियों का नार्को परीक्षण किया जाए।
- भूपेश बघेल की पुत्री की जांच: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पुत्री के सहायक प्राध्यापक – वाणिज्य परीक्षा – 2019 में चयन की जांच की जाए।
उज्जवल दीपक ने कहा कि वर्तमान में चल रही CBI जांच का दायरा बढ़ाकर सभी परीक्षाओं और भर्तियों को शामिल किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि साल 2024 में आयोजित PSC परीक्षा की पारदर्शिता से युवा अभ्यर्थी आशान्वित हैं और
मुख्यमंत्री के सुशासन से उनमें हर्ष व्याप्त है।दीपक ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि लोक सेवा आयोग और व्यापम सहित सभी सरकारी परीक्षाओं और भर्तियों की प्रतिष्ठा एवं गरिमा को पुनर्स्थापित किया जाए।इस मामले में भाजपा की ओर से उठाए गए सवालों ने राजनीतिक हलचल को बढ़ा दिया है, और यह मुद्दा राज्य में चर्चा का विषय बन गया है।
अभी इस मामले में भूपेश बघेल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है जैसी ही उनकी प्रतिक्रिया आएगी वह भी खबर में शामिल होगी